- नाशिकोषधि (पंचगव्य घृत)
यह ऐसी औषधी है जो मस्तिष्क के सभी रोगों में लाभकारी होता है.
जैसे – सर की पीड़ा, सर में चक्कर आना, माइग्रेन, ब्रेन हैमरेज, सर में ट्युमर, मानसिक विक्षिप्तता, पागलपन, डीप्रेशन, आँखों की कई समस्याये, कानों की कई समस्याएं, खर्राटे आना, मस्तिष्क की नसों में रक्त कम जाना, आँख की नसों में रक्त सुख जाना (आँखों में एक – एक बूंद डालें.), कई प्रकार के कानों के रोग में भी लाभकारी (2-2 बूंद कानों में डालें.) आदि कई बिमारियों में कार्य करता है. (गव्यसिद्ध डॉ. की सलाह से उपयोग में ला सकते हैं.)
उपयोग विधि – गुनगुना कर दोनों नासिका में 1 बूंद से 3 बूंद तक उम्र के हिसाब से डालें. छोटे बच्चों को 1-1 बूंद, किशोरों को 2-2 बूंद और वृद्ध अवस्था वालों को 3-3 बूंद. डालने के बाद थोड़ी देर (10 मिनिट) चित लेटे रहें.
विशेष उपयोग – इसे नाभि में भी डाल सकते हैं. इससे नाभि का खिसकाना आदि पेट के कई रोग में लाभ मिलाता है.
Mujhe Mirgi ki bimari hai iska kya ilaj hai.
यहाँ आना चाहिए।
पंचगव्य चिकित्सा विभाग
सी यु शाह क्लीनिक एवं डेगनोसिस सेण्टर
सी यू शाह भवन, 78-79 रिथरडन रोड
तीसरा माला, चेन्नै 600 007.
चिकित्सालय समय – सोमवार से शुक्रवार, प्रातः काल 9.30 से अपरहण 1.30 बजे तक.
namaskar guruji mujhe glucoma h bachpan se iska kya ilaj h
Panchgavya Netrosadhi
1 drops 3 times a day
Call 9444 96 17 23
Cervical spondylosis treatment panchgavya se cure kar sakte hy kya Guruji?
Isake Liye aapko 15 dino tak Panchgavya Vibhag me rahana pad sakata hai.
60-70 % thik ho sakata hai.
Thanks. Gurujee Pranam! Nasikaushdhi and Netraushadhi is required. Gavyahaat is not working now.
Han kuchh muskil ho raha hai.
Call 9444 96 17 23